हेल्थ इंश्योरेंस क्या होता है?
हेल्थ इंश्योरेंस एक प्रकार का बीमा योजना है जिसमें व्यक्ती के किसी बिमारी में होने वाले ख़र्चे के लिए आर्थिक सहायता किया जाता है. यदि आपको कोई बीमारी हो जाती जिसके कारण आपका किसी अस्पताल में इलाज के लिए जो पैसे खर्च होता है तो वो पैसा आपको इंश्योरेंस कंपनी देगी यदि आपने उनका इंश्योरेंस पैकेज लिया है तो. इसमें भी अलग अलग प्रकार का इंश्योरेंस होता है और किस किस बिमारी में आप इंश्योरेंस ले सकते हैं ये भी फिक्स है. आगे हम जानेंगे कि हेल्थ इंश्योरेंस में क्या क्या कवर होता है. Health Insurance me kya kya cover hota hai
यदि आपने हेल्थ इंश्योरेंस लिया है तो आपको चिकित्सा उपचार और उससे जुड़े खर्चों पर आपको आर्थिक सहायता प्रदान किया जाता है जैसे किसी गंभीर बीमारी में अस्पताल का खर्च, कमरे का शुल्क, एम्बुलेंस का खर्चा, दवा का खर्च आदि.
हेल्थ इंश्योरेंस का महत्व क्या है
आज के इस आधुनिक दुनिया में लोग तरह तरह के चीजों का सेवन कर रहें हैं, रसायन युक्त चीजें खा रहें हैं, अलग अलग जगहों पर घूम रहें और अलग अलग वातावरण में रह रहे हैं, जिनसे उनके स्वास्थ्य पर काफी प्रभाव पर रहा है औऱ लोग भिन्न-भिन्न प्रकार के रोगों से ग्रसित हो रहे हैं. बीमारी कभी बता कर नहीं आती, कभी भी आप बिमार हो सकते हैं जिससे आपको इलाज़ के लिए अकस्मात ही पैसों की जरूरत पर सकती है और हर समय लोगों के पास उतना पैसा नहीं रहता जिससे कि वो अपना इलाज़ करवा सकें ऐसे स्थिती में हेल्थ इंश्योरेंस काफ़ी महत्व रखती है और आपको पैसों की चिंता नहीं करनी पड़ती है यदि आपने कोई हेल्थ इंश्योरेंस ले रखा है तो.
हेल्थ इंश्योरेंस में क्या क्या कवर होता है | Health Insurance me kya kya cover hota hai
आपके हेल्थ इंश्योरेंस का कवरेज आपके बीमा के प्रकार पर भी निर्भर कर सकती है. ऐसे में यहां कुछ स्थितियां दी गई है जिनमें आप अपना हेल्थ इंश्योरेंस कवर कर सकते हैं.
- किसी आकस्मिक बीमारी में अस्पताल में भर्ती होने का खर्च : यदि अचानक से आपकी तबीयत बिगड़ती है और आपको अपने उपचार के लिए किसी अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है जिससे उपचार में काफी पैसे खर्च हो जाते हैं तो ऐसी स्थिति मे आप अपना हेल्थ इंश्योरेंस कवर करवा सकते हैं जिससे आपके उपचार का पूरा खर्च इंश्योरेंस कंपनी देगी.
- अंग प्रत्यारोपण के स्थिति में दाता का खर्च : यदि किसी कारणवश आपका अंग प्रत्यारोपण करना पड़ रहा है तो ऐसे स्थिति में अंग दाता का खर्च और अपने इलाज़ का खर्च आप अपने हेल्थ इंश्योरेंस से कवर कर सकते हैं.
- एम्बुलेंस का शुल्क : यदि किसी आकस्मिक चिकित्सा के लिए एम्बुलेंस से अस्पताल जाते हैं तो जो एम्बुलेंस का खर्च होगा उसे भी आप अपने हेल्थ इंश्योरेंस से कवर कर सकते हैं.
- कमरे का शुल्क जो कि एक सीमित तक ही होता : यदि किसी बीमारी में आपको अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है तो प्रतिदिन रूम का जो शुल्क होगा, उसे भी आप अपने हेल्थ इंश्योरेंस से कवर कर सकते हैं लेकिन इसका लिमिट होता जो कि अलग अलग प्रकार के इंश्योरेंस पर निर्भर करता है.
- डॉक्टर का परामर्श शुल्क : यदि आपका स्वास्थ्य ख़राब हो जाता और आपको किसी डॉक्टर से परामर्श लेना पड़ता है तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर का जो परामर्श शुल्क है उसे आप अपने हेल्थ इंश्योरेंस से कवर कर सकते हैं.
- जाँच का खर्च : किसी स्थिति आपको जांच करानी पड़ती है जैसे खून जाँच, पेशाब जाँच आदि जैसे जांचों में होने वाले खर्चों को भी आप अपने हेल्थ इंश्योरेंस से कवर कर सकते हैं.
- सोनोग्राफी का शुल्क
- एक्स-रे का शुल्क
- कुछ कंपनियों के हेल्थ इंश्योरेंस में मातृत्व और नव जात शिशु पर भी कवर मिलता है निर्भर करता है कि आप किस तरह का हेल्थ इंश्योरेंस लिया है.
- इनके अलावा आप मानसिक स्वास्थ्य, प्राथमिक सुरक्षा, निदान और उपचार पर भी हेल्थ इंश्योरेंस कवर कर सकते हैं.
उपर्युक्त दिए परिस्थितियों में आप अपना हेल्थ इंश्योरेंस कवर कर सकते हैं. इनके अलावा और भी परिस्थितियों में हेल्थ इंश्योरेंस कवर हो सकता है जो निर्भर करता है कि आपने किस प्रकार का हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लिया है. किसी भी हेल्थ इंश्योरेंस को लेने से पहले उसके बारे में अच्छे से जान ले और समझ लें ताकि इंश्योरेंस कवर करने में किसी तरह के परेशानियों का सामना न करना पड़े.
हेल्थ इंश्योरेंस का कवर अलग अलग नियमों और कंपनियों के आधार पर अलग अलग हो सकता है इसलिए आप अपने आवश्यकताओं और बजट के अनुसार अपना योजना चुने.
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हेल्थ इंश्योरेंस में कौन कौन सी बिमारी आती है
हेल्थ इंश्योरेंस का नियम अलग अलग कंपनियों और उनके योजनाओं के अनुसार अलग रहता है लेकिन सामन्यतः निम्नलिखित बीमारियों में हेल्थ इंश्योरेंस कवर किया जाता है:
- चिकित्सा जरूरतों का कवर जैसे बुखार, कफ, सांस की बिमारी, पेट की बीमारियां, अलग अलग तरह के इन्फेक्शन आदि.
- दिल की बीमारियों में जैसे दिल का दौरा, हृदय रोग, धमनी रोग आदि.
- कैंसर भी अक्सर हेल्थ इंश्योरेंस में कवर होती है.
- डायबिटीज़ के उपचार और निदान में भी इंश्योरेंस कवर होता है.
- अस्थमा और अलर्जी में उपयोग होने वाले दवाओं और उपचार पर भी कवर हो सकता है.
- अस्थि-मज्जा रोग जैसे आर्थराइटिस आदि जैसे बीमारियों में हेल्थ इंश्योरेंस कवर किया जा सकता है.
- हेल्थ इंश्योरेंस लेने का प्रक्रिया
बहुत सारी ऐसी कंपनियां है जो लोगों को अलग अलग प्रकार की हेल्थ इंश्योरेंस बेचती है. उनके पास भिन्न-भिन्न प्रकार का इंश्योरेंस पैकेज होता जो तरह-तरह स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में ख़र्च होने पर वित्तीय सहायता प्रदान करती है. ऐसे में आप किसी अच्छे और विश्वसनीय कंपनी से अपने अनुसार हेल्थ इंश्योरेंस ले सकते हैं.
हेल्थ इंश्योरेंस लेने के लिए आपको निम्नलिखित प्रक्रियाओं से गुज़रना पर सकता है जो इस प्रकार का है:
- इंश्योरेंस योजना का चयन : सबसे पहले आपको एक उचित हेल्थ इंश्योरेंस का चयन करना है. आपको अपने बजट और जरूरतों के अनुसार एक अच्छे से हेल्थ इंश्योरेंस का चयन करना पड़ता है.
- आवेदन प्रक्रिया : चयनित इंश्योरेंस का आवेदन पत्र भर कर आवेदन प्रक्रिया को पूरा करें और पूछे है जनकारी को सही सही भर दें.
- आवश्क दस्तावेज : आवेदन पत्र के साथ आपको आवश्यक दस्तावेजों की प्रमाणित प्रतियाँ जमा करनी पड़ती है, जैसे कि आईडी प्रमाणपत्र, आय प्रमाणपत्र, और पिछले मेडिकल रिपोर्ट्स।
- इंश्योरेंस की अवधि की निर्धारण: इंश्योरेंस प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद, इंश्योरेंस कवरेज की अवधि का निर्धारण करें।
- प्रीमियम भुगतान: आवेदन प्रक्रिया के समापन के बाद, अपने चयनित प्रीमियम के अनुसार आपको प्रीमियम भुगतान करना होगा।
- पॉलिसी प्राप्ति: अंत में, आपको अपनी पॉलिसी की प्रतिलिपि प्राप्त होगी। जिसके बाद आपको अपने चयनित इंश्योरेंस के अनुसार प्रतिमाह अपने इंश्योरेंस का राशि जमा करना होगा.
FAQs
- हेल्थ इंश्योरेंसमें क्या क्या आता है?
हेल्थ इंश्योरेंस में व्यक्ती को उसके चिकित्सा उपचार और उससे संबंधित ख़र्चे जैसे अस्पताल में भर्ती का खर्च, डाक्टर का परामर्श राशि, सर्जरी का खर्च, दावा का खर्च, मातृत्व संबंधी , मानसिक स्वास्थ्य आदि में होने वाले खर्च के लिए वित्तीय सहायता प्रदान किया जाता है.
- हेल्थ इंश्योरेंस में कितना पैसा मिलता है?
हेल्थ इंश्योरेंस में मिलने वाली पैसे की राशि बहुत सारी चीजों पर निर्भर करती है जैसे नीति के आधार पर, आपने कितने राशि का इंश्योरेंस पैकेज लिया था, आपकी उम्र क्या है आदि. इसलिए जब भी कोई हेल्थ इंश्योरेंस खरीदें तो आप अपने आवश्यकताओं, बजट और योजना को ध्यान में रखकर ही खरीदें. कुछ हेल्थ इंश्योरेंस में कवर होने वाली राशि एक सीमित मात्रा मे ही देती है जबकि कुछ इंश्योरेंस में निश्चित प्रतिशत की चिकित्सा खर्च को कवर करती है.
- हेल्थ इंश्योरेंस कितने साल का होता है?
हेल्थ इंश्योरेंस का समय अलग अलग योजना पर निर्भर करती है कि आप किस तरह के योजना का चयन कर रहे हैं. कुछ इंश्योरेंस प्लान्स एक साल की होती है और कुछ दो-तीन साल और इससे अधिक की भी होती है ये आप पर निर्भर करती है कि आप कितने साल के लिए लेते हैं.
- हेल्थ इंश्योरेंस में क्या कवर नहीं होता है?
काफी ऐसी स्थितियों में आप हेल्थ इंश्योरेंस कवर नहीं कर सकतें जैसे कोई जन्मजात या अनुवांशिक बिमारी, कॉस्मेटिक सर्जरी, सेहत से जुड़ी ऐसी बीमारियाँ जो ड्रग्स, शराब और सिगरेट के कारण हुआ हो, स्वैच्छिक गर्भपात, पहले से मौजूद बीमारियां, खुद से पहुंचाई गई चोट आदि.
- हेल्थ इंश्योरेंस कितने दिनों बाद काम करती है ?
हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी कवरेज की प्रारंभिक अवधि तय होते हैं। आमतौर पर, एक नई हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी का कवरेज प्रारंभ होता है या प्रभावी होता है केवल जब प्रीमियम भुगतान किया जाता है और पॉलिसी जारी की जाती है। कई बार, यह कवरेज प्रारंभ होता है बाद में अप्लाई करने के कुछ दिनों के बाद, जो पॉलिसी कंपनी की नीति के आधार पर अलग अलग हो सकता है।
इसलिए सम्पूर्ण और उचित जानकारी के लिए आपको अपनी पॉलिसी की शर्तों को ध्यान से पढ़ना चाहिए और अपने इंश्योरेंस प्रोवाइडर से संपर्क करना चाहिए। वे आपको किसी विशेष अवधि के बाद कवरेज की शुरुआत और उसके प्रभाव के बारे में सही जानकारी प्रदान करेंगे।
- अस्पताल में हेल्थ इंश्योरेंस का उपयोग कैसे करें?
प्रत्येक हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी और कंपनी की नीतियां अलग हो सकती हैं, इसलिए आपको अपने पॉलिसी डॉक्यूमेंट को ध्यान से पढ़ना चाहिए और अपनी उपचार की व्यवस्था करने से पहले अपने इंश्योरेंस प्रोवाइडर से संपर्क करना चाहिए। अस्पताल के स्टाफ को आपका हेल्थ इंश्योरेंस कार्ड प्रदान करें। इससे वे आपकी पॉलिसी की जांच करेंगे और आपको उस पॉलिसी के अनुसार चिकित्सा सेवा प्रदान करेंगे। आपके इंश्योरेंस कार्ड के आधार पर, अस्पताल के स्टाफ आपके उपचार के लिए हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी को दावा करेंगे। वे आपके चिकित्सा बिल का भुगतान इंश्योरेंस कंपनी के माध्यम से करेंगे।
- हेल्थ इंश्योरेंस कार्ड कैसे काम करती है ?
हेल्थ इंश्योरेंस कार्ड आपकी पॉलिसी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है और आपको अपने हेल्थ इंश्योरेंस प्रदाता के साथ आपकी पॉलिसी को सत्यापित करने का अधिकार देता है। यह कार्ड आपके द्वारा चिकित्सा सेवाओं के लिए भुगतान करने में मदद करता है। हेल्थ इंश्योरेंस कार्ड पर आपकी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी से जुड़ी सारी महत्वपूर्ण जानकारियाँ होतीहै, जैसे कि पॉलिसी नंबर, आपके नाम, फोटो, और कवरेज की जानकारियां होती है. आप किसी अस्पताल या चिकित्सा सेवा प्रदाता के पास जाते हैं, तो आपको अपना हेल्थ इंश्योरेंस कार्ड उनको दिखाना होगा। वे आपके कार्ड की जाँच करेंगे और आपके इंश्योरेंस प्रदाता को भुगतान के लिए सारी जानकारी उनको भेजेंगे.
- क्या हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम में किसी प्रकार का छूट या बढ़ोतरी होती है?
हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम में आपको विभिन्न प्रकार की छूट या बढ़ोतरी मिल सकती है, जो निम्नलिखित हो सकती हैं:
कंपनी या नियोक्ता की छूट: कुछ कंपनियां अपने कर्मचारियों को हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम में छूट प्रदान करती हैं। इसके लिए कर्मचारियों को कंपनी नियोक्ता के नियमों और नियोक्ता द्वारा निर्धारित की जाने वाली शर्तों का पालन करना होता है.
उम्र के आधार पर छूट: कुछ हेल्थ इंश्योरेंस योजनाएं उम्र के आधार पर प्रीमियम में छूट प्रदान कर सकती हैं। युवा व्यक्तियों के लिए प्रीमियम अधिक निम्न हो सकती है जबकि बड़े उम्र के व्यक्तियों के लिए यह अधिक हो सकती है।
नॉन-स्मोकर छूट: कुछ इंश्योरेंस प्लान धूम्रपान न करने वाले व्यक्तियों को प्रीमियम में छूट प्रदान कर सकते हैं। यदि आप किसी प्रकार का धूम्रपान न करतें हो तो.
स्वस्थ जीवन शैली: अच्छे स्वास्थ्य और नियमित व्यायाम करने वाले व्यक्तियों को भी प्रीमियम में छूट मिल सकती है।
इनकम छूट: कुछ इंश्योरेंस प्लान न्यूनतम आय के माध्यम से गरीब व्यक्तियों को सस्ता इंश्योरेंस प्रीमियम प्रदान करते हैं।
यह सभी छूट और बढ़ोतरी हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों और योजनाओं के अनुसार भिन्न हो सकती हैं, इसलिए यह अच्छा होगा कि आप अपने इंश्योरेंस प्रोवाइडर से छूटों के बारे में जानकारी प्राप्त करें।
सारांश
हेल्थ इंश्योरेंस आकस्मिक बीमारियों में होने वाले खर्च के लिए एक वित्तीय सुरक्षा की विधि है जिसमें इंश्योरेंस कंपनी व्यक्ति को चिकित्सा खर्चों के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करती है। कोइ नहीं जानता कि वो कब बीमार हो जाएगा और इलाज कराना पड़ेगा और आज के समय में सभी अस्पताल काफी विकसित और समृद्ध हो चुका है दवाएं भी महंगी हो गई है ऐसे मे इलाज के लिए कब कितने पैसों की जरूरत पड़ जाये कोई नहीं जानता. हेल्थ इंश्योरेंस का मुख्य उद्देश्य है , व्यक्ति को आवश्यक चिकित्सा सेवाओं का लाभ उठाने में वित्तिय सहायता करना ताकि वह चिकित्सा उपचार के लिए वित्तीय तनाव से मुक्त रह सके।
हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी धारक को निर्धारित अवधि के लिए चिकित्सा सुविधाओं का उपयोग करने की अनुमति देती है, जिसमें अस्पताल में भर्ती होना, डॉक्टर की देखभाल, दवाओं की खरीदारी, और आयुर्वेदिक चिकित्सा शामिल होती है।
हेल्थ इंश्योरेंस उपयोगकर्ताओं को चिकित्सा की सुविधा प्रदान करने के लिए अपने स्वास्थ्य को सुरक्षित करती है और वित्तीय तनाव से राहत प्रदान करती है।
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